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अंतर विश्वविद्यालय केन्द्र (आईयूसी)
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम के खंड 12 (सीसीसी) के तहत विश्वविद्यालय प्रणाली में स्वायत्त अंतर विश्वविद्यालय केन्द्र को स्थापित करता है। इन केन्द्रों का निम्निलिखित उद्देश्यों के लिए स्थापित किया जाता है :
- उन विश्वविद्यालयों को समान उन्नत केन्द्रीयकृत सुविधाएं/सेवाएं प्रदान करना जो अवसंरचना और अन्य क्षेत्रों में अधिक निवेश करने में समर्थ नहीं हैं।
- संपूर्ण देश में शिक्षकों और अनुसंधानकर्ताओं को प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट विशेषज्ञता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना।
- अनुसंधान और शिक्षण समुदाय के लिए अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के समान आधुनिक उपकरणों और उत्कृष्ट पुस्तकालय सुविधाओं में पहुंच प्रदान करना।
नई दिल्ली में स्थित परमाणु विज्ञान केन्द्र (अब इंटर यूनिवर्सिटी एक्सीरेलेटर सेंटर कहलाता है) 1994 में स्थापित पहला अनुसंधान केन्द्र था। आज तक विश्वविद्यालय प्रणाली के तहत 6 अंतर विश्वविद्यालय केन्द्र कार्य कर रहे है जो निम्नानुसार हैं :
- इंटर यूनिवर्सिटी एक्सीरेलेटर सेंटर (आईयूएसी), नई दिल्ली
- इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (आईयूसीएए), पुणे
- यूजीसी-डीएई कन्सोर्टियम फॉर सांइटिफिक रिसर्च (यूजीसी-डीएईसीएसआर), इंदौर
- सूचना और पुस्तकालय नेटवर्क (आईएमएफएलआईबीएनईटी, अहमदाबाद
- कन्सोर्टियम फॉर एजुकेशनल कम्युनिकेशन (सीईसी), नई दिल्ली
- राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी), बंगलौर
- अंतर विश्वविद्यालय अध्यापक शिक्षा केन्द्र, काकीनाडा