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राष्ट्रमंडल शिक्षण (सीओएल)
राष्ट्रमंडल शिक्षण (सीओएल) की स्थापना राष्ट्रमंडल देशों की सरकारों के बीच वर्ष 1988 में हुए एक समझौता ज्ञापन के माध्यम से की गई थी। राष्ट्रमंडल शिक्षा (सीओएल) एक अंत:सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना राष्ट्रमंडल सरकार के प्रमुखों द्वारा मुक्त शिक्षा/दूरस्थ शिक्षा ज्ञान, संसाधनों और प्रौद्योगिकियों के विकास और सहभाजन को प्रोत्साहित करने हेतु की गई थी। ये सीओएल, गुणवत्तायुक्त शिक्षा और प्रशिक्षण तक पहुंच में सुधार करने हेतु विकासशील देशों को सहायता प्रदान कर रहा है।
इसका मुख्यालय वैंकोवर, कनाडा में होते हुए, सीओएल संसार का एकमात्र अंत:सरकारी संगठन है जो दूरस्थ तथा मुक्त शिक्षा प्रदान करने तथा बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह समर्पित है और यह एक मात्र सरकारी राष्ट्रमंडल एजेंसी है जो ब्रिटेन से बाहर स्थित है।
सीओएल राष्ट्रमंडल देशों द्वारा स्वैच्छिक रूप से वित्तपोषित है तथा यू. के. और कनाडा के बाद भारत तीसरा प्रमुख डोनर (दाता) है। सीओएल के शासी निकाय और कार्यकारी समिति में भारत का प्रतिनिधित्व सचिव प्रभारी उच्चतर शिक्षा के माध्यम से किया जाता है।
सीओएल ने अनुदेशात्मक सामग्री, दूरसंचार प्रौद्योगिकी तथा प्रशिक्षण और सूचना सेवा से संबंधित कार्यकलापों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। सीओएल ने एशिया के लिए अपना शैक्षिक मीडिया केन्द्र (सीईएमसीए) भारत में स्थापित किया है और संयुक्त सचिव, दूरस्थ शिक्षा के प्रभारी संयुक्त सचिव सीईएमसीए की सलाहकार परिषद के सदस्य हैं।
अधिक विवरण के लिए यहा क्लिक करें : www.col.org